✍🏻 चर्चनी ✍🏻
हमारा घर 201 हास का सजा हुवा है ।
हर भोम में एकसमान सोभा बनी है ।
7 भोम की शोभा ।
सातवीं भोम के सरुआत में बहार की और 6 हजार मंदिर की पहली एक हार घेर कर आई है ।
मन्दिरों से अंदर बढ़े तो एक गली पड़ती है ।
और गली से आगे 6 थम्भो की पहली हार आई है ।
इन थम्बो पे 6 महेराब बनी हुवी है ।
इस 6 हजार महेराब के बिच में 6 हजार हिंडोले सजे हुवे है ।
थंभ महेराब की पहली हार से आगे 2 गली पड़ती है ।
गली से आगे दूसरी 6 थंब की हार सजी हुवी है पहली के समान ही इस में भी 6 हजार थंभ पे 6 हजार महेराब बनी है और हर महेराब के बिच 6 हजार हिंडोले आये है ।
थंभ से आगे 3 गली पड़ती है और 6 हजार मंदिर की 2 हार सोभायमान है ।
इस तरह से 2 मन्दिरो के बिच में आये थंभ में 12 हजार हिंडोलें सजे हुवे है ।
जहां हम सब रूहे धनी की नजरो में नजरें मिलाके झूलती है ।
हमारा घर 201 हास का सजा हुवा है ।
हर भोम में एकसमान सोभा बनी है ।
7 भोम की शोभा ।
सातवीं भोम के सरुआत में बहार की और 6 हजार मंदिर की पहली एक हार घेर कर आई है ।
मन्दिरों से अंदर बढ़े तो एक गली पड़ती है ।
और गली से आगे 6 थम्भो की पहली हार आई है ।
इन थम्बो पे 6 महेराब बनी हुवी है ।
इस 6 हजार महेराब के बिच में 6 हजार हिंडोले सजे हुवे है ।
थंभ महेराब की पहली हार से आगे 2 गली पड़ती है ।
गली से आगे दूसरी 6 थंब की हार सजी हुवी है पहली के समान ही इस में भी 6 हजार थंभ पे 6 हजार महेराब बनी है और हर महेराब के बिच 6 हजार हिंडोले आये है ।
थंभ से आगे 3 गली पड़ती है और 6 हजार मंदिर की 2 हार सोभायमान है ।
इस तरह से 2 मन्दिरो के बिच में आये थंभ में 12 हजार हिंडोलें सजे हुवे है ।
जहां हम सब रूहे धनी की नजरो में नजरें मिलाके झूलती है ।
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