Tuesday, 20 September 2016

rangmahal ki navi bhom

*| नवमी भोम ||*
*छः हज़ार मंदिर बाहिरी हार के हैं ( बाहिरी हार के मंदिरों की तीनों तरफ दिवाल नहीं हैं मात्र भीतरी दिवाल हैं |बाहिरी दिवाल की जगह छः हज़ार थम्भ हैं और छज्जा हैं ) उन मंदिरों में भीतरी तरफ दिवाल हैं |ग्रिद के दरवाज़ों के आगे चांदे हैं |एक एक चांदे के दोनों तरफ भीतर उतरने के लिए तीन तीन सीढ़ियां लगी हैं |बाहिरी दिवाल की हद पर छः हज़ार थम्भ हैं |उन छः हज़ार थम्भो के आगे बाहिरी तरह एक मंदिर का चौड़ा चारों तरफ फिरता छज्जा बढ़ा हैं |*+ *छः हज़ार थम्भ छज्जा की किनार पर हैं |थम्भो से लगता हुआ कठेड़ा सुशोभित हैं |आगे ढाल दार छज्जा हैं | दो सौ एक छज्जों पर दो सौ एक सिंहासन हैं | एक एक सिंहासन के आस पास छः छः हज़ार कुर्सियां हैं |श्री राज श्री ठकुरानी जी जिस दिशा में विराजते हैं उसी दिशा के तमाम दृश्यों का परस्पर वर्णन करके प्रमुदित होते हैं |*
+ *एक मंदिर की जगह तो बाहिरी हार मंदिर से ले ली गयी हैं और एक मंदिर की जगह आगे बढ़ाई गयीं ;इसीलिए दो मंदिर का चौड़ा और चारों तरफ फिरता छज्जा हुआ |*



श्री लाल दास महाराज जी की वृति  के प्रकाश में श्री रंगमहल की नवमी भोम के दर्शन करते हैं --रंगमहल की नवीं भोम चलते हैं --मेरी सखी आत्म दृष्टि से निरख --नवीं भोम के बाहिरी हार मंदिरों की शोभा जो एक अलग ही प्यारी शोभा लिये हैं --घेर  कर आएं इन मंदिरों की भीतरी दीवार की शोभा आयीं हैं पर देख मेरी सखी ,इन मंदिरों की बाहिरी दीवार और पाखे की दीवार नहीं आयीं हैं --जहाँ बाहिरी दिवार होनी कहिये थी वहां ६००० नूरमयी थंभों की झलकार हैं --इन थंभों के आगे एक मंदिर का चौड़ा छज्जा आया हैं जिसकी किनार पर भी थम्भ हैं और थंभों के दरम्यान नूरमयी जेवरातों का जगमग करता कठेड़ा हैं 


२०१ गुर्ज अपनी जगह पर आने से २०१ झरोखों की शोभा आयीं हैं ,इन झरोखों में सुन्दर नूरी बैठके हैं --आप श्री राज जी जिस दिशा में बैठते हैं वहीं का नजारा रूह को दिखाते हैं 

दो गुर्जो के मध्य एक झरोखा ऐसे २०१ झरोखों की शोभा 

अब देखते हैं --भीतरी दिवार 

इन दिवार में एक बड़ी मेहराब के मध्य दरवाजा आया हैं ,उन द्वार के आगे एक चांदा आया हैं जिनसे तीन सीढ़ी भीतर गली में उतरी हैं --

विशेष बात -यह सारी शोभा अर्थात बाहिरी  हार मंदिर जो झरोखों के रूप में हैं ,मंदिरों के आगे एक मंदिर का छज्जा -यह सब तीन सीढ़ी ऊंची शोभा लिये हैं 

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